
प्रतिष्ठित हिन्दी पत्रिका 'हंस' (संपादक : राजेन्द्र यादव) के मार्च 2010 के अंक में अपने नियमित स्तंभ में 'पुस्तक वार्ता' पत्रिका के संपादक श्री भारत भारद्वाज ने 'संवदिया' के विशेषांक 'नवलेखन अंक : एक' पर निम्नांकित टिप्पणी की है :
''इस पत्रिका में नई प्रतिभाओं का रचनात्मक विस्फोट ही नहीं है, आकांक्षा और उन्माद भी है। देवेश ने अपने संपादकीय विवेक से इसे परिणति की पराकाष्ठा तक पहुँचाया है।''
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