संवदिया प्रकाशन, अररिया, बिहार द्वारा कोसी अंचल के वरिष्ठ कवि, कथाकार श्री भोला पंडित 'प्रणयी' के प्रधान संपादन में 'संवदिया' नामक त्रैमासिक साहित्यिक पत्रिका का प्रकाशन अक्तूबर 2004 से नियमित रूप से हो रहा है। आरंभ से ही पत्रिका के हर अंक में कोसी अंचल के किसी महत्वपूर्ण दिवंगत लेखक का परिचय, फोटो और उसके कृतित्व का आकलन करनेवाले लेख छापे जाने की परंपरा का निर्वाह इस पत्रिका ने निरंतर किया है।
Thursday, March 1, 2012
संवदिया : जनवरी-मार्च 2012, संपूर्ण उपन्यास : सुन्नैर नैका
'संवदिया' का जनवरी-मार्च 2012 अंक विशेष आकर्षण लिए हुए है। इसमें युवा कथाकार एवं पत्रकार पुष्यमित्र का संपूर्ण उपन्यास 'सुन्नैर नैका' का प्रकाशन किया गया है, जो कोसी अंचल की एक बहुश्रुत लोककथा पर आधारित है। उपन्यास पर गिरीन्द्रनाथ झा और पशुपति शर्मा की टिप्पणियॉं भी प्रकाशित की गई हैं। पत्रिका का मुखपृष्ठ कोसी अंचल के प्रतिष्ठित कवि-आलोचक एवं संत साहित्य के मर्मज्ञ विद्वान डॉ. महेश्वर प्रसाद सिंह के चित्र से सुसज्जित है और उनके रचनात्मक अवदान पर डॉ. देवेन्द्र कुमार देवेश का आलेख प्रकाशित किया गया है। डॉ. शिवनारायण द्वारा लिखित कलकत्ते का यात्रा वृत्तांत भी मर्म को छू लेनेवाला है।
Subscribe to:
Posts (Atom)